आज सोमवार को नए सप्ताह का व्यापर खुलने के बाद ग्वार व ग्वार गम की स्थानीय बाज़ारों में
भारी मांग देखी गयी । ग्वार की
आमदनी बाजारों कम होने से ग्वार
के भावों में तेज़ी बनी हुईं है। बाजार के जानकारों के अनुसार ग्वार की फेक्ट्री बाज़ार भाव से
40-50 रूपाए बढा के ग्वार खरीद
रही है। वैसे ग्वार के उत्पादन
क्षेत्र में खरीफ की सभी कृषि उत्पादों में तेज़ी चल रही है लेकिन उत्पादन कम होने
व अन्तराष्ट्रीय मांग बढ़ने के कारण ग्वार
के भावों में ज्यादा तेज़ी है।
आज वायदा
बाज़ार NCDEX में ग्वार
व ग्वार गम का ऊपर का सर्किट लगने
के कारण व्यापार बंद होगया। ग्वार
गम व ग्वार सीड का फरवरी
महीने का वायदा क्रमशः रुपये 9587 प्रति क्विंटल व रुपये 4410 प्रति क्विंटल के
भावों के साथ बंद हुआ। स्थानीय बाज़ारों में ग्वार व ग्वार गम दोनों के भावों में तेज़ी
है। सट्टेबाजी की आशंका अभी भी बनी हुयी है ।
बिकवाली का दबाब बना के बाज़ार को प्रभावित करने की कोशिश हो सकती है।
अगली फसल के आने तक इस वर्ष ग्वार के भावों में तेज़ी बनी रहेगी
। क्रूड आयल में स्थिरता से
तेजी लम्बे समय तक बनी रहेगी । अमेरिका में बढे हुए कच्चे तेल के दाम के कारण नए तेल
कुए खुदाई के काम में तेज़ी आ रही है। ग्वार
के विकल्प के रूप में अन्य उत्पाद भी विकसित किये गए है लेकिन उनकी क्षमता व
परिणाम ग्वार गम जैसे नहीं है।
ग्वार का भाव एक बार 4500 रुपये
प्रति क्विंटल व ग्वार गम के
भाव 10000 रुपये प्रति क्विंटल के ऊपर जा कर के स्थिर होना बहुत जरुरी है । ग्वार गम के अलावा ग्वार चुरी कोरमा में भी तेज़ी बनी हुयी है। अंतरराष्ट्रीय
बाज़ारों में सोयाबीन के भावों में तेज़ी के कारण पशु आहार प्रोटीन के भाव तेज़ है। इस
सप्ताह में ग्वार के भावों में मजबूती
व तेज़ी बनी रहेगी।
Guar seed / guar gum seeds/ guar bean |
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