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ग्वार गम ऊपर के स्तर से बिकवाली में फिसला. क्रूड आयल की कीमते तेज़ बनी हुयी है ।.

वायदा बाज़ार NCDEX में जनवरी का सौदा 10 % मुनाफे के साथ पूरा हुआ । अक्टूबर में जनवरी का सौदा रुपये 8200 प्रति क्विंटल से शुरू हुआ था मात्र 4 महीने में निवेशकों को प्रति क्विंटल 1000 रुपये का मुनाफा दे कर के गया है । उसी तरह ग्वार का सौदा रुपये 3700 प्रति क्विंटल से शुरू हुआ था जो की रुपये 4200 प्रति क्विंटल के ऊपर पूरा हुआ है इसा तरह से मात्र 4 महीने में 13% मुनाफा दे कर के बंद हुआ है ।

शैल क्रूड आयल का उत्पादन अमेरिका में बढ़ रहा है । विश्व में राजनैतिक तना तनी के अस्थिर हालत में तेल की कीमतें और बढ़ने की उम्मीद है । ओपेक देशों ने अपना उत्पादन कम रखा है। इसी बीच एक अन्य अनुमान के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतें 2018 में बढती रहेगी. 


किसानो को ज्यादा चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है । क्रूड आयल इंडस्ट्री की पूरी मांग अभी भारतीय बाज़ारों तक आयी नहीं है ।  मिल मालिको के मुताबिक, खरीददार अभी दाम कम होने के इंतजार में आर्डर नहीं दे रहे हैं । बचे हुए जनवरी के महीने में मांग निर्यातकों के पास पहुँचने लग जाएगी । ग्वार की कीमते 4300 के ऊपर बनी हुयी है ये अच्छी बात है ।  

तेल की बढती कीमतों के दबाब में भारत सरकार भी तेल के 51 ब्लोकों के खुदाई के टेंडर जारी करने वाली है । प्राथमिक कार्यवाही पूरी हो चुकी है ग्वार गम के निर्यात के अलावा घरेलु मांग भी बढ़ने वाली है । बढती कच्चे तेल की कीमतों के कारन  अमेरिका के अलावा ग्वार गम के निर्यात की मांग रूस, चीन, यूरोप से भी बढ़ने वाली है। बाज़ार के जानकारों के मुताबिक सट्टेबाज़ बिकवाली करके मार्किट को पकड़ने की कोशिश कर रहे है।  


स्थानीय बाज़ारों में ग्वार के भाव में अभी भी मजबूती बनी हुयी है । बाज़ार के रुझानों के मुताबिक ग्वार अपनी मजबूत स्थिति बनाये रखेगा । रुपये 4500 प्रति क्विंटल का भाव बहुत ही महत्वपूर्ण होगा । 

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