फ़रवरी महीने की शुरु वात ग्वार गम व ग्वार के भावों में मंदी के साथ शुरू हुई है । ग्वार के भाव 4300 रुपये प्रति क्विंटल से टूट कर 4200/क्विंटल के आस पास आ गये । घटती हुई आवक के साथ भावों में मंदी से किसानों व निवेशकों में निराशा है। पिछले तीन चार साल से ग्वार के भावों में 5% -10% बढ़ोतरी प्रतिवर्ष हो रही है । लेकिन ग्वार के सुस्त भावों के कारण ग्वार की खेती का क्षेत्रफल सिकुड़ता जा रहा है, जिससे की ग्वार के उत्पादन में भी कमी हो रही है । किसान व्यापारी कम उत्पादन के संभावना के कारण ग्वार को पिछले 3-4 साल से अपने-अपने हिसाब कम या ज्यादा मात्र
में रोक कर के रखे रखे हुए है। नए ग्वार की आवक बाज़ार में धीर धीर रही है। उसके बावजूद भी ग्वार के भावों में मंदी या सुस्ती छाई हुई है। घटते दामों पर भी निर्यात के अनुसार बाज़ार में ग्वार की उपलब्धता बनी हुई है । कम उत्पादन के बावजूद क्या 30,000 प्रति क्विंटल की तेज़ी का पुराना ग्वार बाज़ार में आ रहा है ?
अक्टूबर के आखिर में ग्वार की नई उपज की आवक बाज़ार में शुरू होती है । इस वर्ष दिसम्बर महीने में ग्वार के भाव में ग्वार की आवक के साथ तेज़ हुए थे । लेकिन उसके बाद ग्वार के भावों में सुस्ती आने लग गयी । किसान व स्टॉकिस्ट 30,000 के भावों के इंतज़ार में अभी भी है । लेकिन बाज़ार में ग्वार व ग्वार गम के भावों की चाल देख कर इतनी तेज़ी अभी नहीं लग रही है । बाज़ार को ग्वार गम के निर्यात के नए आंकड़ों के आने की उम्मीद इस महीने है । अभी तक बाज़ार में नवम्बर महीने तक के ग्वार गम के निर्यात के आकडे उपलब्ध है।
पिछले 2-3 महीने में अमेरिका में कच्चे तेल के दाम बढे है । विश्व में कच्चे तेल का उत्पादन बढ रहा । 28 जनवरी तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार कच्चे तेल का उत्पादन 84.4 मिलियन बैरल प्रति दिन है । कच्चे तेल का यह उत्पादन अपने अभी तक के उच्चतम स्तर पर है । वैश्विक राजनीति में तेल उत्पादक देश वेनेजुएला के संकट के कारण अमेरिका अपने कच्चे तेल का उत्पादन और भी बढ़ायेगा ।
क्या 30,000 प्रति क्विंटल की तेज़ी का ग्वार बाज़ार में आ रहा है । |
फ़रवरी महीने में ग्वार व ग्वार गम का वायदा व्यापार बीएसई (बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज) पर शुरू होने जा रहा है । बाज़ार के विश्लेषकों के अनुसार इससे ग्वार व ग्वार गम के वायदा व्यापार में पारदर्शिता बढ़ेगी । ग्वार के भावों की जानकारी का अन्य महत्वपूर्ण श्रोत खुल जायेगा तथा NCDEX पर ग्वार के वायदा व्यापार की निर्भरता कम होगी । अपुष्ट श्रोत से प्राप्त जानकारी के अनुसार BSE पर ग्वार के वायदा व्यापार की लिस्टिंग 6 फ़रवरी 2019 को जयपुर में होने जा रही है । ग्वार भारत की महत्वपूर्ण निर्यात आधारित औद्योगिक फसल है । अनुमान के मुताबिक बीएसई (बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज) पर लिस्टिंग के बाद ग्वार के भावों में तेज़ी आएगी क्योंकि बाजार में ग्वार का स्टॉक व डिलीवरी की लोकेशन बढ़ेगी। ग्वार के व्यापार की ट्रांजेक्सन बढ़ेगी। बीएसई (बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज) पर लिस्टिंग के बाद ग्वार पर निवेशकों का भरोसा बढेगा तथा ज्यादा निवेशक ग्वार की और आकर्षित होंगे । सटोरियों की गतिविधि दो-दो वायदा बाज़ार पर एक साथ नहीं हो सकती।
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