स्थानीय बाज़ारों में कमजोर आवक के कारण पिछले सप्ताह ग्वार व ग्वार गम के भावों में तेज़ी बनी रही । इस दौरान बढती आवक के साथ नए ग्वार को स्टॉकिस्ट व ग्वार प्रोसेसिंग इंडस्ट्री ने अच्छी मात्रा में ग्वार ख़रीदा है । सिंचित क्षेत्रों में ग्वार बारिश से ख़राब होने के समाचार है । बरानी क्षेत्रों के बड़े हिस्से में ग्वार की फसल सूखे से ख़राब हो गयी । शुरुवाती संकेत में ग्वार की फसल की कमजोर आवक के संकेत मिल रहे है । बाज़ार के जानकारों के अनुसार अगले 2-3 सप्ताह ग्वार की आवक दीवाली के कारण मंडियों में कमजोर ही रहेगी। ग्वार की फसल अबकी बार शुरुवाती दौर से ही तेज़ी के रुख में है । पिछले सप्ताह के आखिरी दिन में वायदा बाजार में शुरुवात के घंटों में तेजी बनी रही । लेकिन दोपहर बाद में ऊपर के स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण कारोबार घट कर बंद हुआ । इस सब के बावजूद उसके बाद स्थानीय बाज़ारों में ग्वार की बोली बढ़ कर बोली गयी । स्थानीय बाजारों में ग्वार का क्रय विक्रय ऊपर के भावों पर ही हुआ है । वायदा बाज़ार के घटे हुए भावों का स्थानीय बाज़ारों में हाज़िर सौदो पर कोई ज्यादा असर दिखाया नहीं दिया ।
ग्वार गम के भावों में भी तेज़ी चल रही है । मुख्य रूप से अमेरिका में बढे हुए कच्चे तेल के कुओं की संख्या व कच्चे तेल के उत्पादन का असर ग्वार गम के भावों में दिखाई दे रहा है । ग्वार गम के भावों में पिछले सप्ताह काफी तेज़ी देखी गयी । ग्वार गम के भाव इस सप्ताह भी तेज बने रहेंगे । स्थानीय बाज़ार में ग्वार गम की कीमते सबसे ज्यादा चुरी कोरमा की कीमतों पर निर्भर करती है । अगर प्रोसेसर को चुरी कोरमा से अच्छी आय मिलाती है तो ग्वार गम की कीमतों में थोडा ठहराव आ जाता है । पिछले महीने तक के ग्वार गम के निर्यात के आंकड़े अभी आये नहीं है ।
इस सप्ताह भी बाज़ारों में ग्वार व ग्वार गम के भावों में तेज़ी बनी रहेगी । किसान का माल धीरे धीरे बाज़ार में आएगा लेकिन स्टॉकिस्ट व मिल मालिकों की खरीददारी जारी रहेगी । अभी ग्वार फसल की आवक में नए माल की कीमत काले, ज्यादा नमी, निम्न गुणवत्ता होने के बावजूद भी सकारात्मक दिशा में चल रही है । हाज़िर बाज़ार में माल पर अपनी पकड़ बनाये रखे ।। राजस्थान के मरुस्थल क्षेत्र में ग्वार फसल ख़राब होने कारण ग्वार की आवक जोधपुर मंडी को कम रहेगी । ग्वार के भाव रुपये 4500 रुपये /100 किलो के ऊपर बने रहेंगे । वायदा बाज़ार में आगे के महीनो ( नवम्बर, दिसंबर ) में ग्वार ऊँचे सौदों में बिक रहा है । किसान भी अपने माल को एक साथ बाज़ार में ला कर बेचने की गलती ना करे । ऐसा करने से ग्वार की आवक बाज़ार में बढ़ेगी और कीमतों पर बेवजह का दबाब आएगा.
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